एक नामी गिरामी गुण्डा नाई की दूकान पे सेविंग और हेयर कटिंग कराने गया।
और उनसे बोला,
मुँहमाँगा ईनाम दूँगा सेविंग के।
लेकिन जरा सा भी कहीं कट छँट गया तो उसकी गर्दन काट दूँगा।
डर के मारे सारे नाईयो ने गुण्डे की हजामत बनाने से मना कर दिया।
अंत में गुंडा एक गाँव के नाई के पास गया।
नाई एक कम उम्र का लड़का था।
लड़के ने गुंडे की बात सुनकर कहा,
बैठो साहब मैं बनाता हूँ।
फिर लड़के ने काफी सफाई से गुंडे की हजामत बना दी।
गुंडे ने खुश होकर लड़के को दस हजार रूपया दिया।
और पूछा, क्या तुम्हे अपनी जान जाने का डर नहीं लगा था??
लड़के ने कहा-ः
डर?डर किस बात का?
पहल तो मेरे हाथ मेँ थी।
गुंडे ने चौंक कर कहा,
'पहल मेरे हाथ'मेँ थी का मतलब??
लड़के ने हँसकर कहा-ः
मतलब की उस्तरा तो मेरे हाथ मेँ था,
अगर आपको खरोंच भी लगती तो आपका गर्दन काट देता मैं।
बेचारा गुंडा!ये सुनकर पसीने से लथपथ हो गया।
नोट-ःडर के आगे जीत है।
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