रुपया 63.25 के रेकॉर्ड निचले स्तर पर, शेयर मार्केट धड़ाम
सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के अपने सबसे निचले स्तर 63.25 पर हुंच गया। रुपए की गिरावट का असर स्टॉक मार्केट पर भी दिखा और सेंसेक्स और निफ्टी में भी भारी गिरावट का दौर जारी रहा। रुपये के लगातार कमजोरी के नए रिकॉर्ड बनाने से कोहराम मच गया
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तैयार रहे , दिसम्बर तक रुपय में भारी गिरावट जारी रहेगी , 1 U.S.D = Rs. 75 /- तक जा सकता है !
मनमोहन और सोनिया के देश छोड़कर भागने की खबर कॉर्पोरेट जगत में है , भारतीय कंपनी से पैसा पैसा खींचा जा रहा है , सबका खामियाजा अंत में जनता को ही भुगतना पड़ेगा ?''मोदी जी'' अगर पूरे देश को आज सम्हाल ले तो शायद यह सारे इन्वेस्टर्स वापस आ जायेंगे , नही तो चीन में अपना पैसा लगाएंगे ?
यह ''कॉर्पोरेट'' केवेल तब पैसा लगाते है जब देश उनके पैसे का सही मुनाफा वापस देता है ? इन कॉर्पोरेट का कोई धर्म या जाती नही होती है ,यहा ''अरब के शेख'' और ''अमेरिका के यहूदी'' सब साथ साथ बैठे होते है ?
* चीन जैसे देशो में इन कॉर्पोरेट पर सरकार का नियंत्रण रहता है , पैसे से विकास होता है !
*सोमालिया जैसे देशो में इन कॉर्पोरेट का पैसा ''ग्रहयुध'' में लगता है , वहा ''युध'' ही मुनाफा है !
*भारत देश में बेचारे यह कॉर्पोरेट उल्टे खुद ही ठग लिये जाते है , और इनका मुनाफा ''स्विस'' चला जाता है ?
Note :यह ''कॉर्पोरेट जगत'' ( (कभी इन्वेस्टर्स कभी माफिया) ) हमेशा एक जैसे नीतियो पर नही चलते है , हर देश में इनकी नीतिया बदलती है ! कही इन्वेस्टर्स बन जाता है कही माफिया ? इनको बस मुनाफा चाहिये , हर हाल में , और यह हर देश में है और जनता की चुनी सरकारो से ज्यादा ताकतवर होते हैं ?
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तैयार रहे , दिसम्बर तक रुपय में भारी गिरावट जारी रहेगी , 1 U.S.D = Rs. 75 /- तक जा सकता है !
मनमोहन और सोनिया के देश छोड़कर भागने की खबर कॉर्पोरेट जगत में है , भारतीय कंपनी से पैसा पैसा खींचा जा रहा है , सबका खामियाजा अंत में जनता को ही भुगतना पड़ेगा ?''मोदी जी'' अगर पूरे देश को आज सम्हाल ले तो शायद यह सारे इन्वेस्टर्स वापस आ जायेंगे , नही तो चीन में अपना पैसा लगाएंगे ?
यह ''कॉर्पोरेट'' केवेल तब पैसा लगाते है जब देश उनके पैसे का सही मुनाफा वापस देता है ? इन कॉर्पोरेट का कोई धर्म या जाती नही होती है ,यहा ''अरब के शेख'' और ''अमेरिका के यहूदी'' सब साथ साथ बैठे होते है ?
* चीन जैसे देशो में इन कॉर्पोरेट पर सरकार का नियंत्रण रहता है , पैसे से विकास होता है !
*सोमालिया जैसे देशो में इन कॉर्पोरेट का पैसा ''ग्रहयुध'' में लगता है , वहा ''युध'' ही मुनाफा है !
*भारत देश में बेचारे यह कॉर्पोरेट उल्टे खुद ही ठग लिये जाते है , और इनका मुनाफा ''स्विस'' चला जाता है ?
Note :यह ''कॉर्पोरेट जगत'' ( (कभी इन्वेस्टर्स कभी माफिया) ) हमेशा एक जैसे नीतियो पर नही चलते है , हर देश में इनकी नीतिया बदलती है ! कही इन्वेस्टर्स बन जाता है कही माफिया ? इनको बस मुनाफा चाहिये , हर हाल में , और यह हर देश में है और जनता की चुनी सरकारो से ज्यादा ताकतवर होते हैं ?
सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के अपने सबसे निचले स्तर 63.25 पर हुंच गया। रुपए की गिरावट का असर स्टॉक मार्केट पर भी दिखा और सेंसेक्स और निफ्टी में भी भारी गिरावट का दौर जारी रहा। रुपये के लगातार कमजोरी के नए रिकॉर्ड बनाने से कोहराम मच गया
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Note :यह ''कॉर्पोरेट जगत'' ( (कभी इन्वेस्टर्स कभी माफिया) ) हमेशा एक जैसे नीतियो पर नही चलते है , हर देश में इनकी नीतिया बदलती है ! कही इन्वेस्टर्स बन जाता है कही माफिया ? इनको बस मुनाफा चाहिये , हर हाल में , और यह हर देश में है और जनता की चुनी सरकारो से ज्यादा ताकतवर होते हैं ?